ज़ाहिर है
जो मुझ पर ज़ाहिर हुआ है या जिसका मुझसे कुछ भी वास्ता है
रविवार, 26 जून 2011
प्रेम करूँ
या ईर्ष्या
जलता तो हूँ।
1 टिप्पणी:
बेनामी
27 सितंबर 2011 को 4:24 pm बजे
wah
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wah
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