कोई ऐसा भी समय था जब भविष्य हुआ करता था
अब भविष्य अतीत की बात हो गई है
वर्तमान खोद रहा है अतीत की कब्र और देख रहा है उसमें भविष्य का स्वप्न
यही प्रमाण है
भविष्य के ना होने का
भविष्य तो अवश्यंभावी होता है पर
जानने वाले लोग बताते हैं कि भविष्य ख़ुद चलकर नहीं आता
वर्तमान को दांव पर लगाना पड़ता है
देख पाने वाले लोग बता रहे हैं कि भयावह है वह
अंधकारमय नहीं है पर
रौशनी आँख को अंधा कर देने के लिये होगी
लेकिन उनकी बात अतीत के जश्न के शोर में डूब रही है
छोड़ो कल की बातें।
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