गुरुवार, 27 जून 2013

घुप्प अंधेरा हर तरफ
देखी-भाली ज़िंदगी 

है एक गाली ज़िंदगी 
यह साली ज़िंदगी 

पेट भरने तक रही  
एक थाली ज़िंदगी 

उम्र भर भरते गए 
खाली की खाली ज़िंदगी 

जी न पाए फिर भी लेकिन 
प्यार से पाली ज़िंदगी

वक़्त लाया जो भी साँचे 
सब में ढाली ज़िंदगी 

मरने से डरते हुए 
हर वक़्त टाली ज़िंदगी