बुधवार, 24 अप्रैल 2019

कॉमन और वैल्थ का फासला मिट जाए इसी विल के साथ इति 19वाँ अध्याय

नाउ डोंट हारास्स अस ओ माईटी
गो ग्लासगो
लेट अस अवर डर्टी लिनेन धो

भैया कलमाडी ...
भैया....
ओ भैया...
(किसी स्टेडियम की फाल्स सीलिंग के नीचे बैठे रो रहें हैं चुपचापजो अब गिरने का नाम नहीं ले रही और कोई खबर भी नहीं बन रही)

और दीदी दीक्षित
दीदी...
दीदी प्लीज़
नहीं दीदी ऐसा नहीं करते
उदास मत हो

अगली बार भी तुम्हें ही वोट मिलेंगे
वोटर सारे डिसलेक्सिया से पीड़ित हैं
अभी तो चकाचौंध से चित्त हैं

अरे कोई खिलाड़ियों की तो बात ही नहीं कर रहा

अजी छोड़िए साहब खिलाड़ियों को कौन पूछता है
आजकल तो स्पोर्ट्स मैनेजमेंट का ज़माना है
बेटे को इसी में डिप्लोमा कराना है
और खेलगांव में बस जाना है

जाओ खिलाड़ियों डोंट वेस्ट टाईम
एशियाड की तैयारी करो
प्रेस - व्रेस में कोई बयान मत दो

गो

विजय सिंह
वर्ष 2010 में दिल्ली में हुए 19वें कॉमनवैल्थ गेम्स ख़त्म होने पर।  

15 अक्तूबर 2010